HDFC Personal Loan: अगर आपको किसी मेडिकल इमरजेंसी, शादी, घर की मरम्मत या किसी जरूरी खर्च के लिए तुरंत पैसों की जरूरत है, तो पर्सनल लोन एक आसान विकल्प हो सकता है। HDFC बैंक भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है और यह वेतनभोगी व स्वयं का व्यवसाय करने वालों को आसानी से पर्सनल लोन ऑफर करता है। यह लोन बिना किसी सिक्योरिटी के मिलता है और प्रक्रिया भी काफी आसान होती है।
हालांकि, पर्सनल लोन की ब्याज दरें दूसरे लोन की तुलना में थोड़ी अधिक होती हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि लोन लेने से पहले उसकी ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, ईएमआई और शर्तों को अच्छी तरह समझ लिया जाए। इस लेख में हम जानेंगे कि अगर आप HDFC बैंक से ₹5 लाख का पर्सनल लोन लेते हैं, तो आपको कितनी EMI भरनी होगी और उस पर कुल ब्याज कितना लगेगा।
कितनी है ब्याज दर और लोन अमाउंट?
HDFC बैंक अपने ग्राहकों को पर्सनल लोन पर 10.90% से लेकर 24% तक की ब्याज दर ऑफर करता है। यह दर आपकी सिबिल स्कोर, नौकरी की स्थिति, आय और पिछले लोन रिकॉर्ड पर निर्भर करती है। बैंक ₹50,000 से ₹40 लाख तक का पर्सनल लोन देता है, जिसमें आप 1 से 5 साल तक की अवधि चुन सकते हैं।
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 700 या उससे ऊपर है और आपकी इनकम स्थिर है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना रहती है। यह लोन बिना किसी गारंटी या सिक्योरिटी के दिया जाता है, जिससे यह आम लोगों के लिए और भी सुविधाजनक बन जाता है।
कितना लगता है प्रोसेसिंग चार्ज और प्रीपेमेंट शुल्क?
HDFC बैंक पर्सनल लोन पर प्रोसेसिंग फीस ₹6,500 तक + GST लेता है। यह फीस लोन अमाउंट के अनुसार तय होती है और लोन डिसबर्समेंट के वक्त एक बार में काट ली जाती है। इसके अलावा अगर आप लोन को समय से पहले चुकाना चाहते हैं, तो बैंक आपसे बचे हुए लोन अमाउंट का 2% से 4% तक प्रीपेमेंट चार्ज ले सकता है।
यह शुल्क इसलिए लिया जाता है क्योंकि बैंक को निर्धारित ब्याज मिलने में रुकावट आती है। हालांकि, अगर आप बाद में ब्याज बचाना चाहते हैं और आपके पास एकमुश्त रकम है, तो प्रीपेमेंट करना भी एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है।
कौन-कौन से डॉक्युमेंट्स लगते हैं?
HDFC बैंक से पर्सनल लोन लेने के लिए KYC डॉक्युमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होती है। इसके अलावा इनकम प्रूफ के लिए पिछले 3 महीने की सैलरी स्लिप या 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट जरूरी होता है।
नौकरीपेशा लोगों को अपना एम्प्लॉयर ID कार्ड या एंप्लॉयमेंट सर्टिफिकेट देना होता है। वहीं अगर आप स्व-रोजगार में हैं या व्यवसाय कर रहे हैं, तो आपको अपना बिजनेस प्रूफ और फाइनेंशियल डॉक्युमेंट्स जैसे ITR या फॉर्म-16 देना पड़ सकता है।
₹5 लाख लोन पर कितनी होगी EMI?
अगर आप HDFC बैंक से ₹5 लाख का पर्सनल लोन 10.90% ब्याज दर पर लेते हैं, तो 3 साल यानी 36 महीने की अवधि के लिए आपकी मासिक EMI लगभग ₹16,346 बनेगी। इस दौरान आपको कुल ब्याज के रूप में करीब ₹88,445 देना होगा।
अगर आप यही लोन 5 साल यानी 60 महीने की अवधि के लिए लेते हैं, तो आपकी EMI घटकर ₹10,846 हो जाएगी। हालांकि, इस अवधि में आपको कुल ब्याज के रूप में करीब ₹1,50,778 देना पड़ेगा। यानी, लोन अवधि जितनी लंबी होगी, कुल ब्याज उतना ही ज्यादा लगेगा।
किन बातों पर तय होती है ब्याज दर?
HDFC बैंक की पर्सनल लोन की ब्याज दर आपके क्रेडिट स्कोर, आय के स्रोत, कार्य अनुभव, कंपनी प्रोफाइल और लोन चुकाने की क्षमता जैसे कई मानकों पर निर्भर करती है। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर है, तो आपको बेहतर ब्याज दर मिल सकती है।
इसके अलावा अगर आपकी नौकरी किसी प्रतिष्ठित कंपनी में है या आपकी इनकम हाई है, तो भी बैंक आप पर भरोसा करता है और कम ब्याज दर ऑफर करता है। इसलिए लोन से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करना और फाइनेंशियल प्लानिंग करना जरूरी है।
निष्कर्ष
HDFC बैंक पर्सनल लोन उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिन्हें अर्जेंट जरूरत में बिना ज्यादा दस्तावेजों और सिक्योरिटी के लोन चाहिए। 10.90% से शुरू होने वाली ब्याज दर और ₹5 लाख जैसे लोन अमाउंट पर आसान EMI विकल्प के कारण यह एक भरोसेमंद विकल्प बनता है। हालांकि, लोन लेने से पहले ब्याज दर, फीस और कुल भुगतान की पूरी गणना जरूर कर लें।
Disclaimer: यह लेख HDFC बैंक के ऑफिशियल डेटा और सामान्य जानकारी पर आधारित है। ब्याज दर और शुल्क समय-समय पर बदल सकते हैं। लोन लेने से पहले HDFC बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से ताजा जानकारी जरूर लें और शर्तों को अच्छी तरह समझें।