Home Loan Interest Rate Cut: अपना खुद का घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन आसमान छूती कीमतों के कारण यह सपना होम लोन के बिना पूरा करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर होम लोन की ब्याज दरें कम हों, तो घर खरीदना थोड़ा आसान जरूर हो जाता है। हाल ही में, रेपो रेट में बदलाव के बाद कई बड़े बैंकों ने अपनी होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। इससे नए और मौजूदा होम लोन लेने वालों को राहत मिल सकती है।
अगर आप भी घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि किस बैंक से आपको सबसे सस्ता लोन मिल सकता है और किन बातों पर ब्याज दर निर्भर करती है।
किस बैंक की ब्याज दर सबसे कम?
बाजार में मौजूद कई बड़े बैंक इस समय होम लोन पर प्रतिस्पर्धी दरें दे रहे हैं। इनमें सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के बैंक शामिल हैं। जुलाई 2025 की ताजा जानकारी के अनुसार, कुछ प्रमुख बैंकों की औसत ब्याज दरें इस प्रकार हैं:
बैंक | होम लोन ब्याज दर (प्रारंभिक) |
---|---|
बैंक ऑफ बड़ौदा | 7.45% |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 7.50% |
एचडीएफसी बैंक | 7.50% |
आईसीआईसीआई बैंक | 8.00% |
पंजाब नेशनल बैंक | 8.35% |
इन दरों से साफ है कि फिलहाल बैंक ऑफ बड़ौदा सबसे सस्ता होम लोन ऑफर कर रहा है। SBI और HDFC भी लगभग समान रेंज में हैं। हालांकि, आपकी प्रोफाइल, सिबिल स्कोर और इनकम जैसे फैक्टर के आधार पर आपकी फाइनल ब्याज दर थोड़ी अलग हो सकती है।
होम लोन की ब्याज दर किन बातों पर निर्भर करती है?
1. CIBIL Score: अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर है, तो बैंक आपको बेहतर ब्याज दर पर लोन दे सकता है। इससे न केवल लोन स्वीकृति की संभावना बढ़ती है, बल्कि आप कम ईएमआई में ही घर का मालिक बन सकते हैं। खराब स्कोर वाले लोगों को या तो ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है या लोन रिजेक्ट भी हो सकता है।
2. नौकरी और इनकम का प्रकार: सरकारी या स्थाई नौकरी में होने पर बैंक को आपका इनकम स्टेबल नजर आता है, जिससे आपको सस्ती ब्याज दर मिल सकती है। वहीं, फ्रीलांसर या बिजनेस करने वाले लोगों को थोड़ा ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है, खासकर जब उनके इनकम डॉक्युमेंट्स कमजोर हों।
3. लोन की अवधि: ज्यादा लंबे समय के लिए लोन लेने पर बैंक ब्याज दर थोड़ा बढ़ा सकता है। उदाहरण के लिए, 20 साल की तुलना में 10 साल की अवधि पर ब्याज दर थोड़ी कम हो सकती है। हालांकि ईएमआई ज्यादा होगी, लेकिन कुल ब्याज कम देना होगा।
4. लोन अमाउंट और डाउन पेमेंट: अगर आप लोन अमाउंट के मुकाबले ज्यादा डाउन पेमेंट करते हैं, तो बैंक आपको सस्ती ब्याज दर ऑफर कर सकता है। इससे लोन रिस्क कम होता है और बैंक को भरोसा मिलता है कि आप पेमेंट समय पर करेंगे।
क्या आपको अभी होम लोन लेना चाहिए?
अगर आप घर खरीदने का मन बना चुके हैं और फाइनेंशियल स्थिति ठीक है, तो यह समय लोन के लिए सही हो सकता है। ब्याज दरें अभी भी काफी कम हैं और बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्पेशल ऑफर भी दे रहे हैं। हालांकि, लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों की तुलना जरूर करें और EMI कैलकुलेटर की मदद से अपनी मासिक देनदारी का अनुमान लगाएं।
निष्कर्ष
रेपो रेट में बदलाव के चलते बैंकों की ब्याज दरों में कटौती आम होती जा रही है, और इसका सीधा फायदा होम लोन लेने वालों को मिलता है। बैंक ऑफ बड़ौदा इस समय सबसे कम ब्याज पर होम लोन दे रहा है, लेकिन SBI और HDFC भी मजबूत विकल्प हैं। ब्याज दरें सिर्फ बैंक तय नहीं करता, बल्कि आपकी प्रोफाइल, स्कोर और आमदनी जैसी बातें भी इसमें भूमिका निभाती हैं। इसलिए सही जानकारी और प्लानिंग के साथ होम लोन लें ताकि भविष्य में परेशानी न हो।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। होम लोन की ब्याज दरें समय-समय पर बैंक द्वारा बदली जा सकती हैं। कृपया किसी भी लोन के लिए आवेदन करने से पहले संबंधित बैंक की वेबसाइट या शाखा से ताजा ब्याज दर और शर्तों की जानकारी जरूर लें।